ग्राम पंचायत खोराडीह में रैन वाटर हार्वेस्टिंग का निर्माण कार्य प्रगति पर (Rainwater harvesting)वर्षाजल संरक्षण

ग्राम पंचायत खोराडीह में रैन वाटर हार्वेस्टिंग निर्माण कार्य प्रगति पर

राजगढ़, मिर्ज़ापुर :-
@bhoopen38929589

 जनपद मिर्ज़ापुर के स्थानीय विकास खण्ड राजगढ़ क्षेत्र के ग्राम पंचायत खोराडीह में उत्तर प्रदेश सरकार की नई पहल " रैन वाटर हार्वेस्टिंग " (Rainwater harvesting का निर्माण कार्य पंचायत भवन के पास ग्राम पंचायत खोराडीह वर्तमान ग्राम प्रधान महेश प्रसाद की अगुआई में जोर -सोर से प्रगति पर है, जिसे बहुत हीं जल्द तैयार कर लिया जाएगा।

आपको आश्चर्य होगा किन्तु सत्य है की, हमारे भारत में वर्षा के मौसम में कई जगहों पर बाढ़ की स्थिति होतीं है तो कही पर्याप्त वर्षा के बावजूद भी लोग पानी की एक एक बून्द को तरसते है, तो ऐसे में कई जगह संघर्ष की स्थिति उत्पन्न हो जाति है.


इसका कारण है की हमने वर्षा जल का संचयन नहीं किया,वह ब्यर्थ में बहकर दूषित जल में परिवर्तित हो गया, वही हम अपनी इच्छाओं की पूर्ति के लिए हमने भूजल का भी दोहन किया, परन्तु धरती से निकाले गये जल को हम पुनः वापस नहीं किये इससे भुजल स्तर गिरा तथा मानव जन जाति के भीषण जल संकट आ पंहुचा ।

अतः हमारा कर्तब्य है की हम वर्षा जल का संचयन संरक्षण करें तथा जल को प्रदूषित होने से बचाये तथा पानी को ब्यर्थ ण जाने दें.
इसके लिये कई वैज्ञानिक तरीके हैं जिनमें सबसे कारगर तरीका है-रेन वाटर हार्वेस्टिंग-अर्थात् वर्षाजल का संचय एवं संग्रह करके इसका समुचित प्रबन्धन एवं आवश्यकतानुसार आपूर्ति। 
दूसरे शब्दों में हमने जो प्रकृति से लिया है वह प्रकृति को ही वापस लौटाना भी है।पानी के लगातार दोहन से भूजल भण्डार खाली हो गए तथा भूजल स्तर निरन्तर नीचे खिसकता रहा। यदि यही स्थिति रही तो जल्दी ही धरती भूगर्भीय जल भण्डारों से खाली हो जाएगी। अतः अब समय आ गया है कि हम जितना पानी धरती से लेते हैं उतना ही पानी धरती को किसी-न-किसी रूप में लौटाएँ। यह रेनवाटर हार्वेस्टिंग से ही सम्भव है। हमारा दायित्त्व है कि हम पानी की एक बूँद भी बेकार न जाने दें। इससे हमारे जल भण्डार भर जाएँगे तथा जलस्तर भी ऊपर पहुँच जाएगा।

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